सादर अभिनंदन !
दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ तब अस्तित्व में था जब राजकीय सेवा एवं आचरण नियमावली ने लोकतंत्र एवं स्वतंत्रता काल नही देखा था। न्यायिक कर्मचारीगण में व्याप्त भेदभाव मुक्त वातावरण में यथोचित सम्मान के साथ न्यायिक कार्यों में भागीदारी के रूप में सहभागिता करने हेतु प्रयास करते हुए उत्प्रेरक व शोषण के खिलाफ उनकी आवाज का बनने माध्यम बनने की अभिलाषा रखता हूं। संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी व उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिला कार्यकारिणी के साथ मिलकर यह सुनश्चित करके संकेद्रित प्रयास करना जारी है कि हम अपने सदस्यों/न्यायिक कर्मचारीगण को अपने प्रयासों से लाभान्वित्त करते रहें। न्यायिक कर्मचारियों की अधिकारविहीनता, उपेक्षा, तानाशाही और अन्य कारकों के खिलाफ संघर्ष करके, इन मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिये पूरी टीम के साथ सुव्यवस्थित प्रयास करते हुए न्यायिक कर्मचारियों के अधिकारों, तथा यथोचित सम्मान को सुरक्षित करने कि दिशा में प्रगति को गति देने के लिय प्रतिबद्ध हूं। देश का जिम्मेवार नागरिक एवं न्यायपालिका का अंश होने के कारण संवैधानिक विधानों के अनूकुल, निष्पक्ष एवं न्यायोचित वातावरण का निमार्ण करना हम सभी न्यायिक कर्मचारियों का कर्तव्य है। उत्तर प्रदेश के न्यायिक कर्मचारीगण के हितार्थ हमारी टीम के दृष्टिकोण की दिशा तथा हर प्रयास में आगे बढ़ते हुए मैं आप सभी के मार्गदर्शन, समर्थन और शुभकामनाओं की अपेक्षा करता हूं।
सादर धन्यवाद!

डॉ0 नृपेन्द्र सिंह
प्रांतीय अध्यक्ष
दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ
उत्तर प्रदेश